केंद्रीय बजट 2022-23 का विश्लेषण

बजट की मुख्य झलककयाां


▪ व्यय: 2022-23 में सरकार ने 39,44,909 करोड़ रुपए के व्यय का प्रस्ताव रखा है जोकक 2021-22 के संशोधित
अनुमान से 4.6% अधिक है। 2021-22 में कुल व्यय बजट अनुमान से 8.2% अधिक अनुमाननत है।


▪ प्राप्तियाां: 2022-23 में प्राप्ततयां (उिाररयों के अनतररक्त) 22,83,713 करोड़ रुपए होने की उम्मीद है जो 2021-22 के
संशोधित अनुमानों से 4.8% अधिक है। 2021-22 में कुल प्राप्ततयां (उिाररयों के अनतररक्त) बजट अनुमानों के
मुकाबले 10.2% अधिक अनुमाननत हैं।


▪ जीडीपी: 2022-23 में सरकार ने 11.1% की नॉममनल जीडीपी वद्ृधि दर (यानी वास्तववक वद्ृधि जमा मुद्रास्फीनत) का अनुमान लगाया है।


▪ घाटे: 2022-23 में राजस्व घाटा सकल घरेलूउत्पाद के 3.8% पर लक्षित है, जो 2021-22 में 4.7% के संशोधित
अनुमान से कम है। 2022-23 में राजकोषीय घाटा सकल घरेलूउत्पाद के 6.4% पर लक्षित है, जो 2021-22 में सकल
घरेलूउत्पाद के 6.9% के संशोधित अनुमान से कम है (जीडीपी के 6.8% के बजट अनुमान से कुछ अधिक)। 9,40,651 करोड़ रुपए का ब्याज व्यय राजस्व प्राप्ततयों का 43% होने का अनुमान है।


▪ अतिरिक्ि बजटीय सांसाधन: कई वषों के बाद बजट ईबीआर या राष्ट्रीय लघुबचत कोष के लोन्स पर ननर्रभ नहीं है।


▪ मांत्रालय के आबांटन: 2022-23 में सवाभधिक आबंटन वाले 13 प्रमुख मंत्रालयों में से संचार मंत्रालय (93%), सड़क
पररवहन एवं राजमागभ (52%), और जल शप्क्त मंत्रालय (25%) के आबंटनों में सबसे ज्यादा वद्ृधि हुई है।
फाइनाांस बबल मेंमुख्य कि प्रस्िाि


▪ इनकम टैक्स: व्यप्क्तयों और ननगमों के मलए आय कर की दरों में कोई बदलाव नहीं ककया गया है।


▪ लॉन्ग टमम कै वपटल गेन्स (एलटीसीजी) पि सिचाजम: वतमभ ान में मलस्टेड इप्क्वटटज़ और इप्क्वटी म्यूचुअल फंड्स पर
एलटीसीजी पर 15% सरचाजभ लगता है। अगर आय 2 करोड़ रुपए से 5 करोड़ रुपए के बीच है, तो 25% और अगर
आय 5 करोड़ रुपए से ज्यादा है तो 37% सरचाजभ लगता है। बजट में सर्ी सरचाजभ अधिकतम 15% करने का प्रस्ताव
रखा गया है।


▪ िचुअम ल डडप्जटल एसेट्स पि कि: कितटोकरंमसयों और नॉन-फं जीबल टोकन्स के हस्तांतरण पर होने वाली आय पर 30% की दर से कर वसलू ा जाएगा। इन हस्तांतरणों से हुए नुकसान की र्रपाई ककसी अन्य आय से नहीं की जा सकती, न ही इसे आने वाले वषों में कै री फॉरवडभ नहीं ककया जा सकता है।


▪ इनकम का अपडेटटांग रिटनम: टैक्सपेयर को आकलन वषभ के अंत से दो वषों के र्ीतर इनकम का अपडेटेड ररटनभ फाइल करने की अनुमनत है। अगर यह आकलन वषभ के बाद के वषभ में फाइल ककया गया तो उन्हें कर और देय ब्याज पर 25% और दसू रे वषभ में 50% जुमाभना देना होगा।


▪ सहकािी सममतियाां: सहकारी सममनतयों के मलए वैकप्पपक न्यूनतम कर 18.5% से घटाकर 15% ककया जाएगा। प्जन सहकारी सममनतयों की आय एक करोड़ से 10 करोड़ रुपए के बीच है, उसका सरचाजभ 12% से घटाकर 7% ककया जाएगा।


▪ नई कां पतनयाां औि स्टाटम-अतस: अगर नई घरेलूकंपननयां 31 माच,भ 2023 से मैन्यूफैक्चररंग शुरू कर रही हैंतो उनके
पास 15% की दर से कर चुकाने का ववकपप है (ककसी कटौती का दावा न करने पर)। कुछ प्रकार के स्टाटभ-अतस के पास पहले दस वषों में से ककन्हीं तीन वषों के मलए टैक्स हॉमलडे का ववकपप होता है, अगर वे 1 अप्रैल, 2022 तक ननगममत हो गई हैं। इन दोनों समय सीमाओं को एक वषभ तक बढा टदया गया है।

▪ कस्टम्स ड्यूटी में परिवर्तन: 500 से अधिक वस्तुओं पर कस्टम्स ड्यूटी बदल दी गई है। कई कस्टम्स ड्यूटीज़ को चरणबद्ध तरीके से खत्म किया जा रहा है।

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